बैडमिंटन का क्या है इतिहास और नियम आइये इस लेख में जानते है।

बैडमिंटन का क्या है इतिहास  और नियम आइये इस लेख में जानते है।

इसमें खिलाड़ियों को एक शटलकॉक (जिसे बर्डी भी कहते हैं) को एक रैकेट की मदद से नेट के पार करना होता है।

इतिहास:

बैडमिंटन का इतिहास भारत में 'पूना' नामक खेल से जुड़ा हुआ है, जिसे बाद में अंग्रेजों ने ब्रिटेन लेजाया। 19वीं शताब्दी में इसे 'बैडमिंटन' के नाम से पुनः प्रस्तुत किया गया, और यह वहाँ बहुत प्रसिद्ध हुआ।

नियम और तरीका:

बैडमिंटन को एक विशेष कोर्ट में खेला जाता है जिसमें एक नेट को बीच में लगाया जाता है। खेल की मुख्य उद्देश्य शटलकॉक को नेट के पार अपने प्रतिद्वंद्वी के कोर्ट में गिराना होता है।

महत्व और प्रसार:

बैडमिंटन न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह खेल शारीरिक फिटनेस के लिए भी उत्तम है, और यह मनोरंजन के रूप में भी खेला जाता है। ओलंपिक में भी बैडमिंटन को एक प्रमुख खेल के रूप में स्थान मिला है।

निष्कर्ष:

बैडमिंटन एक जोशीला और तेज़ खेल है जिसमें खिलाड़ियों की ताकत, ताजगी और तकनीक परीक्षण होता है। यह खेल न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय है, और यह युवाओं के बीच भी बढ़ती प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है।