NCERT के पुस्तको मे इंडिया के बजाये भारत लिखा जायेगा
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पैनल द्वारा पुस्तकों के अगले सेट को इंडिया के बजाय 'भारत'
एनसीईआरटी पैनल के अध्यक्ष ने पुष्टि की है प्रस्ताव को पैनल के सदस्यों द्वारा सर्व सम्मानित से स्वीकार कर लिया गया है एनसीईआरटी पैनल के अध्यक्ष के अनुसार नाम परिवर्तन पुस्तकों के अगले सेट में प्रभावी होगा जिसे 2024-25 से लागू कर दिया जायेगा
इंडिया का नाम बदलकर भारत करने का का सुझाव सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने और देश की प्राचीन विरासत पर गर्व करने की भावना पैदा करने के लिए प्रस्तावित किया गया है
एनसीईआरटी की पुस्तकों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तक के देश भर में लाखों छात्रों द्वारा उपयोग की जाती हैं इंडिया को भारत से बदलने से की बात पर इसका बड़ा प्रभाव पढ़ने की संभावना है छात्र अपने देश के इतिहास और संस्कृति के बारे में कैसे सीखते हैं
एनसीईआरटी के पैनल के सदस्यों में से एक सीआई इस्साक (CI Issac) के मुताबिक यह प्रस्ताव कुछ महीने पहले रखा गया था। प्रस्ताव के तहत पाठ्यपुस्तकों में "इंडिया" के स्थान पर "भारत" नाम रखने, पाठ्यक्रम में "प्राचीन इतिहास" के बजाय "शास्त्रीय इतिहास" को शामिल करने और भारतीय ज्ञान प्रणाली को शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
नाम परिवर्तन शिक्षा प्रणाली को उपनिवेश मुक्त करने और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक आवश्यक कदम है।