मेरा गाँव, मेरा देश

मेरा गाँव, मेरा देश

गाँव ही वह जगह है जहाँ पर प्राकृतिक सौंदर्य, सांविदानिक परंपरा और मानवता की असली चित्रिति देखी जा सकती है।

जब मैं अपने गाँव की ओर बढ़ता हूँ, मुझे वहाँ की शांति, सद्गी और सजीवता का अहसास होता है। हर मौसम में गाँव की धरती अलग रंग और रूप में होती है। यहाँ की हवा, पानी और धरती अपनी अद्वितीयता और ताजगी से भरपूर होती है।

गाँव के लोग अपनी सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों को महसूस करते हैं और उन्हें बचाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। गाँव में हर त्योहार का अपना महत्व होता है, जो शहर की भागदौड़ और अस्थिरता में कहीं खो जाता है।

मेरा देश भारत महान है, और इस महानता में गाँवों का बड़ा योगदान है। गाँव हमें यह सिखाते हैं कि प्राकृति के साथ जीवन में संतुलन कैसे बनाया जा सकता है, और कैसे हम अपनी मूल भाषा, संस्कृति और परंपराओं को संजीवनी बना सकते हैं।

आज के समय में, जब शहरीकरण की गति तेजी से बढ़ रही है, हमें अपने गाँवों की पहचान और महत्व को समझना और महसूस करना होगा। मेरा गाँव, मेरा देश न केवल मेरे लिए एक गर्व का प्रतीक है, बल्कि यह मेरे जीवन का आधार भी है।

इसलिए, हमें चाहिए कि हम अपने गाँवों की संरक्षण और संवर्धन में सक्रिय रूप से भाग लें, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इस संस्कृति का आनंद ले सकें।